ओर समझने की कोशिश करता तो शायद आज माया भी हम सबके बीच होती। ओर समझने की कोशिश करता तो शायद आज माया भी हम सबके बीच होती।
अपने रचे नए सूरज के उजाले में अपने तन-मन को भिगोती रही थी माधुरी। अपने रचे नए सूरज के उजाले में अपने तन-मन को भिगोती रही थी माधुरी।
बदलाव बदलाव
इस तरह अपलोड करूंगा, देखते हैं कितना सफल हो पाता हूँ। इस तरह अपलोड करूंगा, देखते हैं कितना सफल हो पाता हूँ।
वह यह नहीं चाहता कि कोई उसके कार्य में हस्तक्षेप करे। वह यह नहीं चाहता कि कोई उसके कार्य में हस्तक्षेप करे।
देखो जन मानस में धीरे धीरे बदलाव आने लगा है देखो जन मानस में धीरे धीरे बदलाव आने लगा है